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Gem Stone as per Lagnesh

बलहीन व पाप पीड़ित ग्रहों को बलवान व शुभ बनाने के लिए ज्योतिष शास्त्र में रत्न धारण करने का महत्व बताया गया है। नौ ग्रहों के अनुसार कम से कम नौ रत्नों का उल्लेख शास्त्रों में किया गया है, जिन्हें कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखकर ही धारण किया जाता है। हालांकि हर जातक पर हर रत्न का अलग-अलग प्रभाव होता है। यहां तक कि हर जातक को हर रत्न सूट भी नहीं करता है। 

मेष: इस लग्न के जातकों के लिए हीरा धारण करना वर्जित माना गया है क्योंकि इसमें शुक्र दूसरे व सांतवें घरों का स्वामी होकर मार्केश होता है। 

वृष: इस लग्न के जातकों के लिए मूंगा धारण करना नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि इस लग्न की कुंडली में मंगल सांतवंे व बारहवें घरों का स्वामी होकर अशुभ फल देता है। 

मिथुन: अगर किसी की कुंडली इस लग्न की है, तो ऐसे जातकों को मोती व पुखराज धारण करने से बचना चाहिए क्योंकि इस कुंडली में चंद्रमा दूसरे घर का स्वामी होकर मार्केश होता है तथा गुरु केंद्राधिपत्य दोष से दूषित व मारक होकर अशुभ हो जाता है। 

कर्क: इस लग्न के जातकों को नीलम नहीं धारण करना चाहिए क्योंकि इस लग्न में शनि सांतवें व आंठवें घरों का स्वामी होकर अशुभ होता है। 

सिंह: इस लग्न की कुंडली के जातकों को भी नीलम रत्न धारण करना महंगा पड़ सकता है क्योंकि इस लग्न में शनि छठे दु:स्थान व सांतवें मारक घरों का स्वामी होता है। 

कन्या: इस लग्न के जातकों को माणिक्य व मूंग नहीं धारण करना चाहिए क्योंकि कन्या लग्न में सूर्य बारहवें घर का स्वामी होकर तथा मंगल तीसरे व आंठवें घरों का स्वामी होकर अशुभ होते हैं। 

तुला: अगर कुंडली तुला लग्न की हो, तो जातकों को पुखराज धारण करने से बचना चाहिए क्योंकि इस लग्न में गुरु तीसरे व छठे दो अशुभ घरों का स्वामी होता है। 

वृश्चिक: अगर इस लग्न के जातक हीरा व नीलम धारण करते हैं, तो उन्हें नुकसान हो सकता है क्योंकि इसमें शुक्र सांतवें व बारहवें घरों का स्वामी होकर तथा शनि तीसरे व चौथे घरों के स्वामी होकर अशुभ होते हैं। 

धनु: इस लग्न के जातकों को मोती व नीलम धारण नहीं करना चाहिए क्योंकि इस लग्न में चंद्रमा आंठवें घर का स्वामी होकर तथा शनि दूसरे व तीसरे घरों का स्वामी होकर अशुभ होते हैं। 

मकर: अगर इस लग्न के जातक माणिक्य व मोती धारण करते हैं, तो उनके लिए यह नुकसानदायक हो सकता है। असल में इस लग्न में सूर्य आंठवें घर का तथा चंद्रमा सांतवें घर का स्वामी होकर अशुभ होते हैं। 

कुंभ: यदि कुंडली इस लग्न की है, तो जातकों को माणिक्य व मोती धारण करने से बचना चाहिए। असल में इस लग्न में सूर्य सांतवें घर का तथा चंद्रमा छठे घर का स्वामी होकर अशुभ होते हैं। 

मीन: इस लग्न के जातकों को हीरा व नीलम नहीं धारण करना चाहिए क्योंकि इस लग्न में शुक्र तीसरे व आंठवें घरों का तथा शनि ग्यारहवें व बारहवें घरों के स्वामी होकर अशुभ होते हैं।

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