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4th House and Your House

जन्मकुंडली में चतुर्थ भाव से घर के सुख के बारे में ज्ञात किया जा सकता है, जिससे पता चल जाएगा कि जातक को मकान या घर का सुख प्राप्त होगा या नहीं। 

अगर जन्म कुंडली में लग्नेश और चतुर्थेश का राशि परिवर्तन हो, तो जातक को मकान का सुख अवश्य प्राप्त होता है। 

चतुर्थेश जीरो डिग्री का होकर तृतीय भाव में हो, तो जातक को घर का सुख प्राप्त होता है। 

चतुर्थेश, चतुर्थ भाव में हो, तो जातक को मकान का सुख अवश्य मिलेगा। 

चतुर्थ भाव का स्वामी बलवान होकर केंद्र में स्थित हो तथा शुभ ग्रह से देखा जा रहा हो, तो जातक को मकान का सुख अवश्य मिलता है। 

द्वितीय तथा एकादश भाव का स्वामी चतुर्थ भाव में हो तथा चतुर्थ भाव का स्वामी शुभ ग्रहों यानी शुक्र, गुरु और चंद्रमा द्वारा देखा जा रहा हो, तो जातक का आलिशान मकान होगा। 

चतुर्थेश दशम भाव में, दशम भाव का स्वामी चतुर्थ भाव में हो तथा मंगल बलवान हो, तो जातक का मकान बड़ा होगा। 

यदि जातक की कुंडली में चतुर्थ भाव के स्वामी तथा द्वादश भाव के स्वामी का राशि परिवर्तन हो, तो जातक को उसके पूर्वजन्म के पुण्य कर्मों से संपत्ति होगी।

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