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मोक्षदायक तुलसी (Tulsi)

तुलसी का प्रतिदिन दर्शन करने से पापों से मुक्ति मिलती है। यानी रोजाना तुलसी का पूजन करना मोक्षदायक माना गया है। यही नहीं तुलसी पत्र से पूजा करने से भी यज्ञ, जप, हवन करने का पुण्य प्राप्त होता है। पर यह तभी संभव है, जब आप पूरी आस्था के साथ तुलसी जी की सेवा कर पाते हैं। पूजा का सही-विधान जानने के साथ-साथ तुलसी के प्रति आदर रखना भी जरूरी है। इसीलिए पूजा में और तुलसी दल तोड़ते समय कुछ बातों का ख्याल रखें। स्नान किए बिना तुलसी पत्र कभी नहीं तोड़ने चाहिए। तुलसी की मंजरी सब फूलों से बढ़कर मानी जाती है। मंजरी तोड़ते समय उसमें पत्तियों का रहना भी आवश्यक माना गया है। तुलसी का एक-एक पत्ता तोड़ने के बजाय पत्तियों के साथ अग्रभाग को तोड़ना चाहिए। यही शास्त्रसम्मत भी है। प्राय: पूजन में बासी फूल और पानी चढ़ाना निषेध है, पर तुलसीदल और गंगाजल कभी बासी नहीं होते। तीर्थों का जल भी बासी नहीं होता। इनका इस्तेमाल पूजा में बेझिझक करें। 

तुलस्यमृतजन्मासि सदा त्वं केशवप्रिया। 
चिनोमि केशवस्यार्थे वरदा भव शोभने।। 
त्वदंगसंभवै: पत्रै: पूजयामि यथा हरिमृ। 
तथा कुरु पवित्रांगि! कलौ मलविनाशिनि।।

इस मंत्र को बोलते हुए पूज्यभाव से तुलसी के पौधे को हिलाए बिना तुलसी के अग्रभाग को तोडे़। इससे पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है।

1 comment:

  1. Radhe Radhe ji aap ko namaskar,ji mein ravindar
    aap ki site aaj hi milee hai tulsi ji ke bare ye gyan to mujhe pata nahi tha mantra pad kar tulsi patr todte hain is gyan ke liye bahut hee dhanyevaad tulsi ji se related aur bhi gyan dene ki kirpa kare .prabhu aap ko aur taraaki(progress) de, aap ka bahlaa ho.

    thanya vaad

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